शिक्षा विभाग में तीन संतान वाले कर्मचारियों व आदिवासी विभाग एंव पंचायत विभाग में दर्जनों कर्मचारी
तीसरी संतान की जानकारी छुपाकर नौकरी कर रहे सरकारी अफसर और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। कारण इस संबंध में.
पंचायत दिशा सप्ताहिक न्यूज़ पेपर
06/02/2020
छिदंवाडा म प्र
छिदंवाडा-तीसरी संतान की जानकारी छुपाकर नौकरी कर रहे सरकारी अफसर और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। कारण इस संबंध में विधानसभा में जानकारी मांगी है कि जनवरी 2001 के बाद तीन संतान वाले कितने कर्मचारी हैं। जिसकी जानकारी सभी विभागों से मांगी गई है। इसमें कुछ विभाग लेटलतीफी कर रहे हैं
विधानसभा सचिवालय ने सामान्य प्रशासन विभाग के विभागों को आदेश जारी कर ऐसे कर्मचारियों की जानकारी मांगी गई हैं, जिनकी जनवरी 2001 के बाद तीन संतानें हैं। अभी तक विधानसभा से पारित आदेश पर मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही नहीं अमल 2001के बाद कर्मचारियों के पैदा हुए तीसरे बच्चे की देना था जानकारी
तकरीबन दो महीने पहले मध्यप्रदेश विधानसभा में सरकार व्दारा संकल्प पारित कर सभी जिला कलेक्टरों को शीघ्र शासन को जानकारी उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित करते हुए पत्र भी जारी किया गया। लेकिन शासन का वो पत्र कलेक्टर कार्यालय के दबंग गलियारों में खो सा गया | दो माह गुजर जाने के बाद भी शासन को पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गई है | हाँ कार्यवाही के नाम पर ग्रामीण क्षेत्र के कुछ शिक्षकों को निलंबित किया गया, लेकिन जिला कार्यालय में बैठे कुछ सेटिंगबाज बाबू जैसे प्रतिनियुक्ति में आए अयोध्या प्रसाद शर्मा जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ है यह बाबूजी आज भी इस कार्यवाही से दूर हैं और अनावरत अपना खेल चला रहे हैं | ऐसे ही कई पंचायत सचिव हैं जैसे जनपद पंचायत चौरई के सिमारिया में पदस्थ सचिव सुमनसिह गहरवार जिनकी तीन संतान होने के बाद भी अभी तक अपनी नौकरी पर पदस्थ हैं लेकिन जिला पंचायत सीईओ ऐसे सचिव पर कार्रवाई करने में आनाकानी करते दिख रहे हैं अब देखना है कि जेल प्रशासन मध्यप्रदेश विधानसभा से मांगी गई जानकारी को देते हैं या फिर यूं ही जिले में चलता रहेगा यह खेलक्ष्