मुख्यमंत्री कमलनाथ के ग्रह जिलें में ही  माफिया फलफूल रहे है ?। मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार हर तरीक़े माफिया राज खत्म करने के लिये मुहिम चला रही है । छिदंवाडा में नकली खाद बींज कंपनी के माफिया सक्रिय प्रदेश में सबसे ज्यादा नकली खाद बीज छिंदवाड़ा में सप्लाई परासिया और जुन्नारदेव बना गढ़?।   जिले में  किसानों को नकली खाद बींज बेचने वाली कंपनी लूट रही है। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री आपने जिलें में ही नहीं रोक पा रहे है ।नकली खाद बींज बेचने वाले माफियों को  नकली खाद-बीज और पेस्टीसाइड के प्रोडक्ट गांव गांव की खाद बींज दुकानों में

मुख्यमंत्री कमलनाथ के ग्रह जिलें में ही  माफिया फलफूल रहे है ?।
मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार हर तरीक़े माफिया राज खत्म करने के लिये मुहिम चला रही है ।


छिदंवाडा में नकली खाद बींज कंपनी के माफिया सक्रिय प्रदेश में सबसे ज्यादा नकली खाद बीज छिंदवाड़ा में सप्लाई
परासिया और जुन्नारदेव बना गढ़?।


  जिले में  किसानों को नकली खाद बींज बेचने वाली कंपनी लूट रही है। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री आपने जिलें में ही नहीं रोक पा रहे है ।नकली खाद बींज बेचने वाले माफियों को  नकली खाद-बीज और पेस्टीसाइड के प्रोडक्ट गांव गांव की खाद बींज दुकानों में 


Ramkumar rajput chief editor 
Panchayat Disha newspaper
22/01/2020 mp



   
छिदंवाडा ,- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में इन दिनों नकली खाद बीज संचालक दिनदहाड़े किसानों को लूट रहे हैं लेकिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ  आपने ग्रह जिलें में ही नकली खाद बींज बेचने वालें को रोकने में असफल ?।क्योंकि बर्षों से भाजपा शासन कल से जमे   धीरज ठाकुर सहायक संचालक कृषि विभाग एंव ऐसे  अन्य कर्मचारी अधिकारी जो दस बर्षा से अधिक समय से जिलें में जमें हुये है ।जिनको पूर्व प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने लाया था। बालाघाट  के ये अधिकारी कमलनाथ के गृह जिले में नकली खाद बीज बनाने वाली कंपनियों से सांठगांठ कर जिले में खुलकर सप्लाई करा रहे हैं।  जिलें में नकली खाद बींज बेचने वाले पर सिर्फ दिखवा के लियें कार्यवाही करते है और चढ़ावा मिलने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है  एक के खिलाफ भी आज तक f.i.r. तक नहीं कराई गई है । लेकिन जिले में बैठे कृषि उपसंचालक   मूकदर्शक बनकर पूरा खेल देख रहे हैं। सिर्फ दिखावे के लिए  कुछ नकली खाद बीज दुकानों पर कार्रवाई कर भूल गए हैं । जबकि मध्य प्रदेश सरकार पिछले 15 साल का रिकॉर्ड खंगाल रही सरकार ने अब तक 161 कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर चूकी है,।  लेकिन छिदंवाडा में सिर्फ दिखवा हो रहा है ।छिदंवाडा एंव पूरे प्रदेश इस दिनों  नकली खाद,बीज और पेस्टीसाइड का बड़ा रैकेट चल रहा है। पिछले एक साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो साढ़े नौ से ज्यादा उत्पाद ऐसे निकले हैं जो अमानक स्तर के माने गए हैं। कंपनियां प्रदेश में धड़ल्ले से नकली खाद-बीज बेचकर किसानों का हक मारती रही हैं। ये वो कंपनियां हैं जो पिछले एक दशक से इस प्रदेश में नकली खाद-बीज और पेस्टीसाइड की सप्लाई करती रही हैं। प्रदेश सरकार ने नए सिरे से नकली खाद,बीज और पेस्टीसाइड के नमूनों की जांच करवाई जिसमें ये चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। हाल ही में सरकार के पास ये जांच रिपोर्ट आई है।
प्रदेश में नकली खाद-बीज बनाने वाली कंपनियों का दस हजार करोड़ से ज्यादा का सालाना कारोबार है। प्रदेश सरकार ने किसानों के आंखों में धूल झोंकने वाली इन कंपनियों के खिलाफ मुहिम छेड़ी है। अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा अमानक पदार्थ बेचने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। अधिकारियों की मिली भगत से सालों से चल रहे इस गोरखधंधे ने किसानों को घाटे और कर्ज की खाई में धकेल दिया है। 
  सरकार ने सभी जिलों से भी नकली खाद-बीज बेचने वाली कंपनियों पर की गई कार्रवाई की पूरी जानकारी मांगी है। इसके अलावा सरकार पूरे 15 साल की जानकारी भी खंगाल रही है। इन 15 सालों में किन कंपनियों को संरक्षण दिया गया और नकली खाद-बीज बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई। 
कृषि विशेषज्ञ खाद,बीज,पेस्टीसाइड और कृषि पदार्थों का कारोबार करीब 25 हजार करोड़ का है। इनमें से करीब दस हजार करोड़ का सालाना कारोबार तो नकली खाद-बीज का है। ये बात नौकरशाही भी अच्छी तरह से जानती है। उद्योगपति और अधिकारियेां के गठजोड़ से ये कारोबार सालों से खुलेआम चल रहा है। इसका खामियाजा किसान उठा रहा है। नकली बीज के कारण उसका उत्पादन घट जाता है और लागत बढ़ जाती है।  प्रदेश में किसानों के उपर कर्ज का बढऩा और कर्ज के बोझ तले जीवन समाप्त करने के पीछे भी नकली खाद-बीज का रैकेट ही जिम्मेदार है। किसान आत्महत्या के पीछे सबसे बड़ा कारण यही है। पिछली सरकार के कार्यकाल में अमानक खाद-बीज की सप्लाई से किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। किसानों को अमानक स्तर के खाद-बीज बेचने वालों के खिलाफ कृषि विभाग छिदंवाडा सिर्फ दिखवा के लियें  कार्यवाही कर रहा है। लेकिन आज
 तक  दोषी पाया गये कंपनी एंव दुकान संचालक पर कोई कार्यवाही नहीं हुई?।
ठा.रामकुमार राजपूत 
प्रधान संपादक-पंचायत दिशा समाचार 
23/01/2020