कृषि उपज मंडी चौरई में नियम की धज्जियां उड़ा रहे व्यापारी नोटिस के बाद भी खाली नहीं किए टीन शेड

कृषि उपज मंडी चौरई में नियम की धज्जियां उड़ा रहे व्यापारी


नोटिस के बाद भी खाली नहीं किए टीन शेड
Ramkumar rajput chief editor Panchayat Disha newspaper
20/01/2020
Subscribe to Latest News


छिदंवाडा- कृषि उपज मंडी चौरई में व्यापारियों की मनमानी बदस्तुर जारी हैं। मंडी प्रशासन ने भी याचिका की भूमिका में आते हुए व्यापारियों के आगे घुटने टेक दिए हैं। किसानों की उपज रखने के लिए बनाए गए टीन शेड का मामला ताजा हैं। लंबे समय से व्यापारी ही इनका उपयोग कर रहे हैं, जबकि किसानों को अपनी उपज खुले में रखना पड़ रही हैं। शिकायतों के बाद मंडी के निठल्ले अधिकारियों ने थोड़ी हिम्मत दिखाकर व्यापारियों को नोटिस जारी करते हुए 7 दिन में टीन शेड खाली करने के लिए कहा था। कुछ को छोड़कर इसका अधिकांश व्यापारियों पर कोई असर नहीं हुआ। साल गुजरने के बाद अब भी टीन शेड में व्यापारियों के माल का ही कब्जा हैं और किसान खुले में उपज रखने को मजबूर हैं।
 चौरई कृषि मंडी बीते साल  से लगातार विवादों में बनी हुई हैं। हैरत इस बात की है कि मंडी प्रशासन न विवाद रोक पा रहे हैं, न व्यवस्थाओं में सुधार कर पा रहा हैं। टीन शेड को लेकर सैकड़ों शिकायतों के बाद सचिव  ने बैठक बुलाई थी, जिसमें व्यापारियों को नोटिस देकर शेड खाली कराने का निर्णय लिया था। इसके बाद मंडी प्रशासन ने  नोटिस जारी कर 7 दिन का समय दिया था। बावजूद इसके आज तक टीन शेड में व्यापारियों का माल ही पड़ा नजर आया।इन निर्णयों पर भी नहीं हुआ अमल लंबे समय से बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे अब भी बंद हैं।चौरई मंडी में व्यापारी खुलेआम  मंडी टेक्स की चोरी कर रहा है लेकिन मंडी निरीक्षक एंव मंडी सचिव की मिलीभगत से चौरई में ये खेल बर्षों से चल रहा है कुछ निरीक्षक चौरई में बर्षा से पदस्थ है जिसके कारण आज तक व्यापारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है व्यापारी मंडी टैक्स चोरी करने के लिए हद तो तब हो गई कि व्यापारी गांव गांव में जाकर किसानों की उपज खरीद रहे लेकिन मंडी बोर्ड इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। मंडी बोर्ड के ही कर्मचारी यदि कोई बाहर की टीम आती है तो व्यापारियों को सूचित कर देते हैं। इसके कारण व्यापारी  मंडी टैक्स की चोरी करने से कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हद तो तब हो गई जब मंडी में व्यापारियों के कांटे में गड़बड़ी का खुलासा हुआ जिसमें किसानों से लेने वाले माल में 2 से 5 किलो तक का अंतर आया लेकिन मंडी सचिव ने सिर्फ नोटिस देकर व्यापारी को छोड़ दिया।बडे बडे काग्रेसी/भाजपा के  व्यापारी ने 
मंडी के पास ही आपनी दुकान खुलकर प्राईवेट खरीदी कर रहे है लेकिन मंडी प्रबंधन आँखों बंद कर बैठा है  में खरीदी करते है। लेकिन आज तक एक भी व्यापारी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई । चंद पैसे के लिये मंडी  प्रबंधन  ने किसानों को लूटने का लायसेंस दे रखा है ।जबकि किसान आज भी   घास वाले मैदान में आपनी उपज बेचने को मजबूर है  किसान लेकिन मंडी बोर्ड के उच्च अधिकारी एवं जिला प्रशासन आँख मूंदे बैठा है।
पंचायत दिशा समाचार 
छिदंवाडा