छिदंवाडा जिले में प्राइवेट स्कूल संचालक सरकारी नियम को दिखा रहे ठेंगा
जिला में बैठे शिक्षा अधिकारी की मेहरबानी से चल रहा है पूरा खेल
प्राइवेट स्कूल संचालक सांठगांठ कर ले लेते हैं मान्यता
जिला में बैठें शिक्षा अधिकारी बच्चों की जिंदगी से कर रहे हैं
खिलवाड़
पंचायत दिशा समाचार
06/01/2020
पंचायत दिशा (छिदंवाडा)-भले ही सरकार अच्छी शिक्षा पर जोर देने के लिए करोड़ो का बजट खर्च करती है लेकिन आज भी सरकारी नुमांइदों की सह पर सुविधा से युक्त स्कूल की वजह जानवरों के तबेले में बच्चे पढ़ने को मजबूर है..जी हां हम बात कर रहे हैं छिंदवाड़ा के जिले की जहां पर शिक्षा विभाग के कई मॉडल स्कूल होने के बाद भी अधिकारियों की मिलीभगत के चलते बच्चे निजी स्कूल में पढ़ रहे हैं और वो भी एक दो कमरे वालें भवन में जंहा न खेल मैदान है न ही सुरक्षा के इंतजाम है ऐसे जिले में कई स्कूल है ।कई नेशनल हाईवे की रोड से लगें स्कूलों है जहां सुरक्षा एंव बुनियादी सुविधाएं की कोई व्यवस्था नहीं है
वीओ-ये है छिदंवाडा जिले के निजी स्कूल जहां सरकारी हाईस्कूल... तो हाईक्लास है लेकिन इसमें छात्रों की कमी है ..कारण है यहां पर चल रहे निजी स्कूल स्कूल का जो की मान्यता के लिए कोई मापदंड पूरे नहीं करता फिर भी इसे अधिकारियों ने मान्यता दे रखी हैं..स्कूल के हालात पर नजर डाले तो ना तो स्कूल में बैठने की बराबर व्यवस्था है न ही कमरों में बराबर लाइट की व्यवस्था एक कमरे में दो क्लास लग रही है ।इन स्कूलों में सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं है और ना ही खेलने लिए मैदान और कई स्कूल के हालात ऐसे की कभी भी धराशाही हो जाए....
वहीं दुसरा कई स्कुल नेशनल हाईवे से लगें है जहां हर समय धटना होने का डर रहता है
(पंचायत दिशा समाचार )छिदंवाडा
- वहीं स्कूल की मान्यता के बारे में जब अधिकारियों से बात की गई तो वे इसे जांच का बिषय बताकर मामला टालते नजर आए....
वीओ- इसे सरकारी तंत्र की विफलता मानी जाए या फिर लोगों का सरकारी स्कूल के प्रति विश्वास की कमी जहां पर सुविधाओ से लैस स्कूल होने के बाद भी लोग अपने बच्चों को ऐसे स्कूलों में पढ़ाने को मजबूर हैं लेकिन इतना तो जरुर है कि विभाग की लापरवाही कभी भी बच्चों पर भारी पड़ सकती है ..
प्रधानसंपादक-ठा.रामकुमार राजपूत
पंचायत दिशा न्यूज
छिदंवाडा