बिछुआ के एक टीचर को तीन प्रभार की 'कृपा', आदिवासी छात्र/छात्राओं का भबिष्य अंधकार में
सहायक आयुक्त एन.एस.बरकडे की
मेहरबानी से चल रहा है पूरा खेल
ठा.रामकुमार राजपूत
प्रधान संपादक-पंचायत दिशा सप्ताहिक समाचार ,छिदंवाडा
20/01/2020
बिछुआ-आदीवासी विकास विभाग अंतर्गत बिछुआ कान्या उ. माध्यमिक विद्यालय बिछुआ प्राचार्य श्रीमति सुषमा जैन के प्रभार और प्रबंधन की चर्चा चहुंओर हो रही है, और हो भी क्यों न? जब आला अधिकारियों की रहमत एक ही व्यक्ति पर कुछ इस कदर बरस रही हो कि उन्हें 3 प्रभार दे दिये जाएं तो ऐसे में यह आम जनता में चर्चा का विषय बन ही जाता है कि आखिर कैसे ये किसी व्यक्ति विशेष की मोहमाया है या जुगत? ज्ञात हो कि श्रीमति सुषमा जैन बतौर प्राचार्य उच्च .माध्यमिक कान्या विधालय बिछुआ में पदस्थ हैं।
श्रीमती सुषमा जैन वर्तमान में एकलव्य विद्यालय सिंगारदीप की भी प्रभारी प्राचार्य हैं साथ ही कान्या परिसर बिछुआ का भी प्रभार है। कान्या विधालय बिछुआ का भी प्रभार उन्हीं के पास है। सूत्र बताते हैं कि एकलव्य आवासीय विद्यालय सिंगारदीप में लाखों का बजट होने के कारण ही यंहा पर पोस्टिंग कराई गई है।बतौर प्रभारी प्राचार्य बनने के बाद सें ही लाखों रुपये का र्पेमेंट होने लगा । साथ ही यंहा पर खरीदी में भी लाखों का खेल होता है।यंहा पर आज तक खरीदी करने के लियें टेंडर नही निकलें गयें एंव आपने वाले लोगों से नियम विरुद्ध तरीके से खरीदी करने की खबर आती रहती है।
गौरतलब है कि बिछुआ ब्लॉक में कान्या परिसर का संचालन अभी पुराना भवन में ही हो रहा है ।जिसके कारण छात्रावास में रह रही बालिकाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी अधिक है ।लेकिन यंहा पदस्थ अधीक्षिका के पास भी अतिरिक्त हो भी छात्रावास/आश्रम है।जिसके कारण यंहा का संचालन ठीक से नहीं होता है ।यंहा पर लाखों का बजट होने के बाद भी आदिवासी बालिकाओं को मूलभूत सुविधाओं के लिये तरसना पड़ रहा है ।ना समय में नास्ता मिलता है ना ही भोजन मिल रहा है ।भोजन भी मिलता है ।भोजन की क्वालिटी भी अच्छी नहीं होती है। सूत्रों का कहना है कि इस छात्रावास में अक्षीक्षिका सिर्फ नाम की है पूरा छात्रावास का संचालन यहां की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती सुषमा जैन के ही हाथों हो रहा है। इसी कारण समय पर इन बच्चों को ना भजन ना नाश्ता मिल पा रहा है क्योंकि प्रभारी प्राचार्य छिदंवाडा से प्रतिदिन आना जाना करती है। जिसके कारण इन छात्रों को मिलने वाली मूलभूत सुविधा से भी वंचित होना पड़ रहा है।
बिछुआ के उत्कृष्ट विद्यालय में भी श्रीमती सुषमा जैन प्रभारी प्राचार्य होने के समय भी निर्माण कार्य में खूब गोलमाल किया गया था। प्रबंधन समिति में निर्माण कार्यों, स्टेशनरी, आदि बिना टेंडर और कोटेशन मनमाने ढंग से उपयोग किया गया था। इस मामले में जिम्मेवार संज्ञान न लेते हुए एक ही व्यक्ति को प्रभार पर प्रभार दिये गए हैं जिससे कभी कर्मचारियों को वेतन संबंधी तो कभी एकलव्य आदर्श आवासीय विधालय सिंगारदीप (बिछुआ )के प्रबंधन सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। जिस पर आला अधिकारियों को विचार करने की जरूरत है।
पंचायत दिशा समाचार
छिदंवाडा