अनुभूति कार्यक्रम करके वन संपदा की रक्षा करना भूल गए वनकर्मी
बिछुआ(आमाकूही ) बीट में कट रहे सागौन वनकर्मी की कार्यशैली पर उठे सवाल
पंचायत दिशा समाचार
08/01/2020
छिदंवाडा (पंचायत दिशा)- वन परिक्षेत्र बिछुआ सामान्य के अंतर्गत आने वाले आमाकूही के आसपास के जंगलों में वन माफिया सक्रिय जो आए दिन सागैन के पेड़ को काटा जा रहा है गौर करने वाली बात यह है कि इसकी पूरी जानकारी डिप्टी रेंजर से लेकर कुछ वन रक्षकों को भी है। और यह काम वन विभाग के कार्यालय के सामने हो रहा है। लेकिन बावजूद इसके वन माफिया पर कोई कार्यवाही करने की हिमाकत स्थानीय स्तर पर वन विभाग के कर्मचारी नहीं कर पा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो डिप्टी रेंजर और वनरक्षक की सांठगांठ से यह खेल जारी है यहां सागैन की कटाई कर हफ्ते में एक या दो बार गाड़ियों से अवैध सागौन की गाडियां मोहखेड़ सौसर चांद चौरई छिंदवाड़ा सहित अन्य क्षेत्रों में भेजी जा रही हैं ।सूत्रों के मुताबिक नगर के दो बड़े वार्ड में माफिया के घरों में रखी हुई है। रात होते ही वन विभाग और पुलिस की मदद से सागैन गाडियों में निकालने का काम सालों से करते आ रहे हैं ।इसलिए माफिया को किसी का डर नहीं है।बिछुआ नगर के आसपास के जंगलों का हुआ सफाया नगर के 3 किलोमीटर दूर स्थित जंगलों के आसपास में जमकर सागौन के पेड़ों की कटाई हो रही है वन विभाग की खुली छूट और रात में गस्ती नहीं होने के कारण माफिया ने जंगलों में घर बना कर जंगल की सफाई करने में लगे हैं सबसे अधिक कटाई माह नवंबर दिसंबर 2019 में हुई और अब वन माफिया सागैन की सिलिया बनाने में व्यस्त हैं इधर वन विभाग की टीम अधिक ठंड होने कारण अपने-अपने कार्यालय से बाहर तक नहीं निकल रहे हैं ना ही रात में गस्ती कर रहे हैं।
बिछुआ वन परिक्षेत्र यो तो सुर्खियों में बना ही रहता है अवैध कटाई के मामले में या ऐसे कारनामे हुए जिससे प्रदेश नहीं देश में बिछुआ वन क्षेत्र का नाम है क्योंकि एक अधिकारी को बचाने के चक्कर में वन विभाग के कर्मचारी ने निर्दोष आदिवासियों पर यहां गोली चलाई थी । जिसे गुलसी कांड के नाम से जाना जाता है। उसके बाद भी जिला में बैठे वन विभाग के उच्च अधिकारी भी आज तक यहां की अवैध कटाई नहीं रोक नहीं पाए हैं। जिसके कारण आज बिछुआ के जंगल मैदान में तब्दील होते जा रहे हैं ।यहां पदस्थ वन क्षेत्र अधिकारी मूकदर्शक बनकर सब देख रहे हैं और इन पर आज तक अंकुश लगा नहीं पाया है। यहां माफिया इतने सक्रिय हैं कि वन परिक्षेत्र अधिकारी को ठेंगा दिखाकर नियम कानून अपने हाथ में रखकर वनों संपद की अवैध तस्करी करते हैं ।सूत्रों के अनुसार बिछुआ में अबैध लकडी की तस्करी यंहा पदस्थ त्रिपाठी सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी करता है ।जब से त्रिपाठी आमाकूही में पदस्थ है ।तब से जंगलों में सागैन की कटाई जोरों पर है अब देखना है कि ऐसे भ्रष्टाचारी कर्मचारी को विभाग यंहा से कब हटाता है और जंगलों की अवैध कटाई पर रोक लगाता है।
पंचायत दिशा समाचार
प्रधानसंपादक-ठा.रामकुमार राजपूत